सतत व्यवसायिक विकास के लिए तैयारी
सप्ताह क्रमांक | संदर्भ: सीखने का परिणाम | व्यवसायिक दक्षता
(व्यवसाय प्रायोगिक) समय दर्शाते हुए |
व्यवसायिक ज्ञान (व्यवसाय सैद्धान्तिक) |
14 | सतत व्यवसायिक विकास के लिए तैयारी
14.1. व्यवसायिक विकास की योजना को विकसित करके व्यवसायिक क्षमता को बढ़ाना। 14.2. व्यवसायिक विकास की योजना और महत्व पर सामूहिक परिचर्चा। |
व्यवसायिक विकास
• सतत सीखने और व्यवसायिक विकास का महत्व। • व्यक्तिगत विकास और व्यवसायिक विकास का लघुकालीन और दीर्घ- कालीन लक्ष्य। • व्यवसायिक विकास की योजना। |
इस यूनिट के समापन पर प्रशिक्षु अनुदेशक सक्षम होगा-
1. सतत सीखने के महत्व को बताने में।
2. व्यवसायिक विकास का प्रदर्शन करने में।
3. व्यक्तिगत विकास की व्याख्या करने में।
4. व्यवसायिक लक्ष्य और उद्देश्य को सूचीबद्ध करने में।
5. व्यवसायिक विकास योजना को बनाने के तथा प्रदर्शन करने में।